400 पार बोलने वाली पार्टी की करारी हार | WHY BJP LOST HINDU HEART AREA
जिस B.J.P को 22जनवरी के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद लग रहा था की अबकी बार तो जानता का भरपूर प्यार मिलेगा इस चुनाव में तो हमारी पार्टी इतिहास और भविष्य की सबसे बड़ी पार्टी बनेगी और तो BJP ने नारा भी दिया था की इस बार 400 पार लेकिन चौकाने वाली बात यह रही की जो पार्टी 400 पार बोल रही थी, वो पार्टी 300 के अन्दर ही सिमट गयी बीजेपी के तो केवल 240 ही सीटें ही आई और पुरे NDA की तो 292 सीटें ही आ पायी|
क्या कारन रह सकता है की जिस पार्टी ने राम मंदिर बनवा दिया और धारा 370 जेसे वादे पुरे किये फिर भी वो केवल 240 में ही क्यों सिमट कर रह गयी|
सोशल मीडिया की माने तो राम मंदिर बनने के बाद भी हारने का कारण वहां के लोगों के घर तोड़ने का मुद्दा था मीडिया की माने तो बीजेपी के हारने का कारण वोटिंग परसेंट में भारी गिरावट है|
लेकिन हम अब इसपर फैक्ट्स के साथ बात करेंगे की क्या-क्या कारण रहे BJP के हारने के|
हाँ माना जा सकता है की इसबार हिन्दू वोट जाती में बंट गए और मुस्लिम वोट केवल इंडिया के गंठबंधन को आ गए और इसका उदाहरण हमे U.P. के रामपुर गाँव से देख्नने को मिला क्यूंकि वहाँ के 2300 के लगभग मुस्लिम वोट थे और एक भी हिन्दू वोट नहीं था, आश्चर्य की बात यह है की वहाँ के लोगो को प्रधान मंत्री आवास योजना से 532 घर मिले फिर भी BJP को एक भी वोट नहीं मिला|
इसमें सबसे बडा कारण यह भी रहा की BJP के पके वोटर्स भी इस बार वोट देने के लोए बाहर नहीं निकले क्योंकि उनका मानना था की BJP इसबार पक्का जीतने वाली है, जिससे कुछ जगहों में BJP चंद हजार वोटो से हार गयी और तो और BJP के हारने का एक बहुत बड़ा कारण यह भी था की BJP के द्वारा बड़े बडे सांसदों की टिकेट काट दी जिससे चुनाव के नतीजों के बाद देखने को मिला की जिन जिन राज्यों में BJP ने टिकेट काटी थी वहाँ के लगभग सांसद हर गए इसका सबसे बड़ा उदाहरण राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरयाणा रहा| क्या आपको लगता है जो सांसद 2019 के चुनावों में 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीत रहे थे उनकी काटना क्या सही था इसमें अपनी राय कमेंट्स में दें|
इसमें दूसरा सबसे बड़ा BJP के वोट नहीं आने का कारण अयोध्या के घर टूटने का भी था क्योंकि वहाँ के बहुत से वीडियोस सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिसमे लोगों के घर तोडे जा रहे थे और लोग रो रहे थे परन्तु सरकार ने ये स्पसठ कर दिया की उनको उतनी ही जमीन और घर के पैसे दे दिए जायेंगे परन्तु लोगों का यह भी कहना था की हमें जमीन शहर के बाहर की तरफ दी जा रही है और मुआफ्जे की रकम भी कम दी जा रही है इसके कारण उत्तर प्रदेश में एक बहुत ही बड़ा वोट बैंक प्रभावित हुआ|
इसमें दूसरा सबसे बड़ा कारण उत्तर प्रदेश में और हिन्दू हार्ट एरिया जेसे की राजस्थान, हरयाणा में हारने का एक और कारण माना जाता है की BJP का पूरी तरह से ध्यान न देना,क्यूंकि BJP मानती थी की इन राज्यों में पूरी सीटें मिलेगी|
हम BJP का एहंकार माने या आत्मविश्वास माने की जिस वजह से BJP ने इन राज्यों में कम ध्यान देकर बंगाल, कर्नाटक, पंजाब और दिल्ली में ज्यादा ध्यान दिया जिस कारण BJP का बुरा हाल रहा क्योंकि कर्नाटक और बंगाल में इतनी मेहनत करने के बाद भी BJP अपनी सीटें नहीं बढ़ा पायी जितनी वो बढ़ाना चाहती थी, जिससे उनका पासा पलट गया और हिन्दू-हार्ट एरिया में 50 से 60 सीटों का नुक्सान हो गया जिनकी भरपाई करना नामुमकिन था|
तीसरा सबसे बड़ा कारण रहा जो की विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों पर ध्यान न देना क्यूंकि कांग्रेस और पूरा विपक्ष हर सभा में एक ही बात बोल रहा था की इसबार यदि बीजेपी आई तो यह सविंधान पूरी तरह से बदल देगी| जिसमे बीजेपी SC/ST का आरक्षण पूरी तरह ख़त्म कर देगी और OBC और जनरल का आरक्षण बढ़ा देगी इसपर बीजेपी ने कोई सफाई नहीं दी और न ही इन मुदों प्र ध्यान दिया और इसी कारण हिन्दू वोट टुकड़ों में बंट गए जिससे SC/ST का एक बड़ा तबका विपक्ष में शामिल हो गया|
BJP के द्वारा इनको अनदेखा करने के साथ BJP के अध्यक्ष JP Nadda द्वारा विवादित बयान में कहना की RSS BJP का हिस्सा नहीं है और ना ही RSS BJP के लिए काम करती है, लेकिन भारत का हर नागरिक जानता है की RSS हमेशा से ही BJP का एक बहुत ही बड़ा हिस्सा है और हमेशा ही BJP के लिए वोट मांगती है, इसबार बयान देने के कारण RSS ने ग्राउंड लेवल पर बिलकुल भी काम नहीं किया जिससे जितने परसेंट वोट टूटे सारे BJP के टूटे|